1979 वर्ल्ड कप की पूरी कहानी, वेस्टइंडीज कैसे जीता लगातार दूसरा वर्ल्ड कप ?
वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम बेशक इस समय इंटरनेशनल क्रिकेट में संघर्ष कर रही है लेकिन 1975 से लेकर अगले कई दशकों तक इस टीम ने इंटरनेशनल क्रिकेट पर राज किया था और पहले दो वर्ल्ड कप तो वेस्टइंडीज ने ही जीते
आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 1979 इंग्लैंड की सरज़मीं पर खेला गया था और 1975 वर्ल्ड कप जीतने के बाद वेस्टइंडीज की टीम लगातार दूसरे वर्ल्ड कप को जीतने के लिए तैयार थी लेकिन उनके सामने इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड जैसी मज़बूत टीमों की चुनौती थी लेकिन इस वर्ल्ड कप में भी वेस्टइंडीज के सामने बाकी टीमें बौनी साबित हुईं। आइए एक बार फिर से आपको 1979 वर्ल्ड कप के इतिहास में लेकर चलते हैं और पूरी कहानी बताते हैं।
वर्ल्ड कप 1979 की डिटेल्स
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9 जून से 23 जून 1979
स्थान: इंग्लैंड
टीमों की संख्या: 8 टीमों को दो ग्रुप में बांटा गया और कनाडा ने अपना पहला टूर्नामेंट खेला।
ओवर प्रति पारी: 60
कुल मैच खेले गए: 15
ग्रुप ए और ग्रुप बी में कौन-कौन सी टीमें थी ?
वर्ल्ड कप 1979 में ग्रुप ए में इंग्लैंड, पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा की टीमें थे। जबकि ग्रुप बी में भारत, वेस्टइंडीज, न्यूज़ीलैंड और श्रीलंका की टीमें थी।
1979 वर्ल्ड कप में भारत का प्रदर्शन
1975 वर्ल्ड कप की ही तरह 1979 वर्ल्ड कप में भी भारतीय टीम का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा और वो ग्रुप चरण से आगे नहीं बढ़ पाए। भारतीय टीम तीन में से सिर्फ एक ही मैच जीत पाई।
सेमीफाइनल की कहानी
ग्रुप ए से इंग्लैंड और पाकिस्तान की टीमें सेमीफाइनल में पहुंची जबकि दूसरे ग्रुप से वेस्टइंडीज और न्यूजीलैंड की टीम सेमीफाइनल में पहुंची। पहले सेमीफाइनल में इंग्लैंड का सामना न्यूज़ीलैंड से हुआ। इंग्लैंड ने निर्धारित 60 ओवरों में 8 विकेट खोकर 221 रन बनाए और कीवी टीम के सामने फाइनल तक पहुंचने के लिए 222 रनों का लक्ष्य रखा। जवाब में न्यूज़ीलैंड की टीम जॉन राइट की 69 रनों की शानदार पारी के बावजूद 9 विकेट के नुकसान पर 212 रन ही बना सका और 9 रन से हार गया। इस जीत के साथ ही इंग्लैंड ने फाइनल में प्रवेश कर लिया। ग्राहम गूच को उनकी 71 रनों की पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच दिया गया।