2003 का मलाल 2023 में होगा पूरा, ये वर्ल्ड कप राहुल द्रविड़ के लिए जीत लो यार!
भारतीय क्रिकेट टीम 2023 वर्ल्ड कप जीतने से बस एक कदम दूर है लेकिन टीम इंडिया इस एक कदम की दूरी को राहुल द्रविड़ के लिए तय करना चाहेगी क्योंकि द्रविड़ एक खिलाड़ी के रूप में तो 2003 में चूक
भारतीय क्रिकेट टीम वर्ल्ड कप 2023 जीतने से बस एक कदम दूर है और हर देशवासी को इस समय वर्ल्ड कप से ज्यादा कुछ भी नहीं चाहिए। हर कोई बात कर रहा है कि ये वर्ल्ड कप रोहित शर्मा और विराट कोहली के लिए जीतना है लेकिन अगर आप 20 साल पीछे जाएंगे तो आपको राहुल द्रविड़ का दर्द दिखाई देगा और अगर टीम इंडिया ये वर्ल्ड कप किसी के लिए जीतना चाहेगी तो वो शख्स राहुल द्रविड़ होंगे।
आज से 20 साल पहले यानि 2003 में खेले गए वर्ल्ड कप में भी भारतीय टीम फाइनल में पहुंची थी लेकिन सौरव गांगुली की कप्तानी में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल हार गई थी और उस समय टीम के उप कप्तान राहुल द्रविड़ थे। राहुल एक खिलाड़ी के रूप में उस समय वर्ल्ड कप जीतने से बस एक कदम से चूक गए थे और इसके बाद अगले वर्ल्ड कप यानि 2007 में तो टीम इंडिया की कमान द्रविड़ के हाथों में थी और द्रविड़ की कप्तानी में टीम इंडिया वर्ल्ड कप 2007 के ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई थी जिसके बाद द्रविड़ को काफी आलोचना का सामना करना पड़ा था।
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इसके बाद अगला वर्ल्ड कप तो वो खेल नहीं पाए लेकिन अब 20 साल बाद उनके पास एक कोच के रूप में वर्ल्ड कप जीतने का मौका है। जो काम द्रविड़ 2003 और 2007 में नहीं कर पाए वो उस काम को 2023 में पूरा करना चाहेंगे। द्रविड़ फाइनल हारने का ग़म झेल चुके हैं और वो ऑस्ट्रेलिया की ताकत और कमज़ोरी से भी वाकिफ हैं ऐसे में वो और रोहित शर्मा इस बार अपनी सरज़मीं पर कंगारुओं पर बिल्कुल भी रहम नहीं दिखाना चाहेंगे।
20-Year Challenge For Rahul Dravid!#WorldCup2023 #CWC23Final #AUSvIND #Australia pic.twitter.com/9S0pPwMXmy
— CRICKETNMORE (@cricketnmore) November 19, 2023
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भारतीय कप्तान रोहित शर्मा इस बड़े मुकाबले से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी अपने कोच राहुल द्रविड़ की तारीफ कर चुके हैं और कहीं न कहीं पूरी टीम ये वर्ल्ड कप द्रविड़ के लिए भी जीतना चाहेगी। रोहित ने टीम की सफलता के लिए द्रविड़ की सराहना की और कहा, "स्पष्ट रूप से, ये देखते हुए कि राहुल भाई ने खुद कैसे क्रिकेट खेला है और मैं इन दिनों कैसे खेलता हूं, ये काफी विरोधाभासी है। उनका सहमत होना और मुझे उस तरह जाने और खेलने की आजादी देना, उनके बारे में बहुत कुछ कहता है। जाहिर तौर पर उन्होंने भारतीय क्रिकेट के लिए बहुत बड़ा काम किया है। उन्हें भी लगता है कि वो इस बड़े मौके का हिस्सा बनना चाहते हैं। ये हमारा काम है कि हम उनके लिए ऐसा करें।"